होली का नाम आते ही मन अंदर ही अंदर झूमने लगता है। अगर में अपनी बात करू तो होली मेरा सबसे पसंदीदा त्यौहार है। कुछ साल पहले ही की बात है जब होली पे किसी को भी रंग दिया जता था। और बस एक स्लोगन "बुरा न मानो होली है" बोलकर सामने वाले बंदे को गुस्सा होने नही दिया जाता था। लेकिन अब समय बदल गया है । हमको आज के समय को देखते हुए ही चलना चाहिए।
होली वैसे तो हम जैसो के लिए एक हुड़दंड करने का त्यौहार है। हुड़दंग का मतलब, होली का पूरा मज़ा लेने से है। होली का नाम आते ही मन मे ख्याल आता है गर्मागर्म पकौड़ियों का, स्पेशल ठंढई का और भाँग वाले दूध का। होली की मस्ती में कई बार हम अपनी सेहत का खयाल रखना भूल जाते है और अपनी होली को बेरंग कर लेते है। इस बार होली को मस्ती के साथ साथ कुछ खास सावधानियों को ध्यान में रखकर मनाये।
रंगों वाली होली खेलने से पहले हमको कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए ताकि हमारी होली बेहतर, सुरक्षित, सुंदर और सुखद हो जाये। तो बात करते है होली के पहले दिन यानी होलिका दहन से ही।
होलिका दहन पर किन बातों का ध्यान रखे
इस साल 2020 में होलिका दहन 9 मार्च को है। होलिका दहन का समय
शाम 6 बजकर 47 मिनट से 9 बजकर 11 मिनट पर है। होलिका दहन पर निम्नलिखत छोटी मागर खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
- होलिका दहन के समय जलती होलिका से दूरी पर खड़े हो।
- बच्चो के साथ रहे, होलिका दहन के समय बच्चो को अकेला छोड़ना खतरनाक हो सकता है।
- यदि आप होलिका दहन को देखना चाहते है तो होलिका दहन के समय से कुछ देर पहले होलिका दहन स्थान पर पहुचे
अब बात आती है अगले दिन यानी रंगों वाली होली की। इसको फ़ाग भी बोलते है। फ़ाग पर ही तो हमको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। आईये देखते है, किन किन सावधानियों से आप अपनी होली को और भी रंगीन और सुखद बना सकते है।
रंगों का सही चुनाव
आपको किन रंगों से खेलना है इस बात का विशेष ध्यान रखे। हो सके तो प्राकृतिक रंगों का प्रयोग करे। ज्यादा पक्के रंगों के इस्तेमाल से बचे । पक्के और गहरे रंगों में केमिकल हो सकते है। ये केमिकल आपकी स्किन को नुकसान पहुचा सकते है। रंग और गुलाल को किसी अच्छे दुकान से ही खरीदे। रंग और गुलाल किसी अच्छे ब्रांड का ही ले। सस्ते के चक्कर मे पड़के ज्यादा रंगों को लेने की बजाय कम मगर अच्छी क्वालिटी का रंग खरीदे। रंगों का चुनाव हो जाने के बाद होली खेलना शुरू भी तो करना है मगर उससे पहले आपको होली खेलने के लिए तैयार भी तो होना पड़ेगा।
स्किन की सुरक्षा
होली खेलने से पहले फुल स्लीव के कपड़े पहने। स्किन पर सरसों का तेल लगा ले ताकि बाद में रंग उतारने में ज्यादा परेशानी न हो। स्किन से रंग उतारने के लिए ज्यादा साबुन का प्रयोग न करे और बार बार न नहाये। ऐसा करने से आपकी स्किन को काफी नुकसान हो सकता है।
आँखों की सुरक्षा
रंगों के इस त्यौहार पे आँखों की सुरक्षा अहम हो जाती है। रंगों से खेलते वक्त आपको एहतियात बरतना है ताकि आपकी आँखों मे कोई रंग पाउडर या लिक्विड रंग न जा पाए । अगर गलती से ऐसा हो जाता तो अपनी आँखों को तुरंत धो ले। अपने बच्चो के साथ रहे और रंगों से खेलते वक्त ध्यान दे कि रंग बच्चो की आंखों में न जाये।
बालो की सुरक्षा
होली में ज्यादातर लोग रंग या गुलाल बालो में ही भर देते है। किसी को ऐसा करने से रोकना भी अच्छा नही होगा । इसलिए अच्छा की आप बालो की सुरक्षा के लिए पहले से ही तैयार रहे। होली खेलने से पहले अपने बालों में नारियल का तेल अच्छी तरह से लगा ले। नारियल का तेल लगा लेने से बालों
में रंग नही रमेगा और पानी से धुलने पे आसानी से निकल जायेगा। अगर आप बिन तेल लगाएं ही होली के रंगों से खेलोगे तो आपके बाल बहुत ही रूखे हो जाएंगे और रंगों के केमिकल की वजह से बालों के टूटने का भी खतरा बना रहता है।
मौसम का ध्यान
होली खेलने के लिये प्लान बनाने से पहले देख ले मौसम कैसा है, अगर मौसम ठंडा है तो पानी वाले रंगों से परहेज करें। गुलाल का प्रयोग करे। बच्चो का खास ध्यान रखे क्योकि बच्चे मस्ती में सब कुछ भूल जाते है। अगर ठंडा दिन है तो बच्चो को ज्यादा पानी मे न खेलने दे।
नशे से परहेज
होली एक ऐसा त्योहार है जिसमे एक वर्ग के लोग काफी नशा करते है। भांग, और ड्रिंक का फ़ाग पे बहुत ज्यादा प्रयोग होता है। इन चीजों से बचे। ये एक ऐसी चीज है जो आपकी खुशी के पलों को दिक्कतों में बदल सकती है। इसलिए होली को खुशी के साथ मनाये, नशे में नही|
तो एक बार फिर से आप सभी को हैप्पी होली। खूब मजे करो, खूब होली खेलो मगर ध्यान से। होली खेलो लेकिन ऐसे खेलो के आपको और आपकी वजह से किसी को भी कोई दिक्कत न हो।

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